2004 की जनसंख्या के आधार पर 2005 के भाषाई शोध अध्ययन हिन्दी दुनिया कि न्यूमरो ऊनो भाषा है|
http://translate.google.co.in/translate?hl=hi&sl=en&u=http://drjpnautiyal.blogspot.com/2006/05/linguistic-research-study-2005-reveals.html&prev=search
डॉ. जयंती प्रसाद नौटियाल के गहन शोध विश्व के समस्त दूतावासों से मांगी गई जानकारी के आधार पर प्रामाणिक जानकारी शोध रिपोर्ट के तौर पर प्रकाशित की गई जिसमें हिन्दी जानने वालों की संख्या विश्व में सर्वाधिक है। उर्दू हिन्दी की ही एक शैली है, उपभाषा है, दोनों एक ही भाषा हैं, जिसे आम आदमी सहज ही बोलता है, समझता है। विश्व में हिन्दी जानने वालों की संख्या 17 प्रतिशत बनती है।
http://dainiktribuneonline.com/2014/06/%E0%A4%86%E0%A4%AA%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AF-137/
जयंती प्रसाद नौटियाल के गहन शोध विश्व के समस्त दूतावासों से मांगी गई जानकारी के आधार पर प्रामाणिक जानकारी शोध रिपोर्ट ... उर्दू हिन्दी की ही एक शैली है, उपभाषा है, दोनों एक ही भाषा हैं, जिसे आम आदमी सहज ही बोलता है, समझता है।
डॉ नौटियाल 24 साल फैले अपने शोध में दावा किया है कि हिंदी दुनिया में सबसे अधिक बोली जाती भाषा है ।
http://translate.google.co.in/translate?hl=hi&sl=en&u=http://www.thehindu.com/2005/03/06/stories/2005030610530300.htm&prev=search
2007
विश्व में हिंदी फिर पहले स्थान पर भाषा शोध अध्ययन 2007 का निष्कर्ष
डॉ. जयंती प्रसाद नौटियाल
हिंदी की बोलियाँ और उर्दू बोलने वालों की संख्या मिला देने से विश्व में हिंदी जानने वाले 1023 मिलियन से अधिक हैं
इस (2005) शोध रिपोर्ट के छपने के बाद कुछ विद्वानों ने कुछ देशों के अद्यतन आँकड़े उपलब्ध कराए मैं उनका आभारी हूँ। इन आँकड़ों को शोध रिपोर्ट 2007 में शामिल कर लिया गया है। इस आधार पर जून 2007 तक के आँकड़ों के आधार पर भी हिंदी भाषा, विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा सिद्ध हुई है।
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