भगवती चन्द्र घंटा दुर्गा अवतार
नवरात्र के तीसरे दिन भगवती मां दुर्गा की तीसरी शक्ति भगवती चन्द्र घंटा की उपासना की जाती है। मां का यह रूप पाप- ताप एवं समस्त विघ् बाधाओं से मुक्ति प्रदान करता है और परम शांति दायक एवं कल्याणकारी है।
मां के मस्तक में घंटे की भांति अर्घचन्द्र सुशोभित है। इसीलिए मां को चन्द्र घंटा कहते हैं। कंचन की तरह कांति वाली भगवती की दश विशाल भुजाएं है। दशों भुजाओं में खड्ग, वाण, तलवार, चक्र, गदा, त्रिशूल आदि अस्त्र-शस्त्र शोभायमान हैं। मां सिंह पर सवार होकर मानो युद्ध के लिए उद्यत दिखती हैं। मां की घंटे की तरह प्रचण्ड ध्वनि से असुर सदैव भयभीत रहते हैं। Photo
तीसरे दिन की पूजा अर्चना में मां चन्द्र घंटा का स्मरण करते हुए साधकजन अपना मन मणिपुर चक्र में स्थित करते हैं। उस समय मां की कृपा से साधक को आलौकिक दिव्य दर्शन एवं दृष्टि प्राप्त होती है। साधक के समस्त पाप-बंधन छूट जाते हैं। प्रेत बाधा आदि समस्याओं से भी मां साधक की रक्षा क रती हैं।
Source: http://essenceofastro.blogspot.in/2013/04/chandraghanta.html
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भगवती चन्द्र घंटा दुर्गा अवतार पूजा
25 Oct 2020
6 Oct 2013
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